सारी तितलियाँ वे कहानी हैं, जो कही जानी अभी बाक़ी हैं …
हमारा हर एक पल कहानियों से ही भरा है। हर एक हथेली में एक कहानी ज़रूर बैठी होगी। तो ऐसे हर एक के पास कम से कम दो कहानियाँ तो होंगी ही। हथेलियों से उठकर उँगलियों की कोरों तक पहुँचने में इन कहानियों को काफ़ी जद्दोजहद होती है। लेकिन एक दिन ऐसा आता है जब इन उँगलियों से कहानियाँ बाहर निकलती हैं और तितली बनकर उड़ जाती है। तितलियों के उड़ने की अपनी कोई ध्वनि नहीं होती। दुनिया की सारी तितलियाँ वह कहानी है जो कही जानी अभी बाक़ी हैं। कहानी लिखना, यह जान लेना है कि तुम्हारी हथेली से भी एक तितली का जन्म हो सकता है। और उसे कहना तितली उड़ा देने जैसा है। क्या तुम्हारे कान पर कभी कोई तितली बैठी है? ‘तितिलियाँ’ वह जगह है जहाँ हम कहानियों को बुनने की बारीकियाँ समझेंगें, कहानियाँ पढ़ेंगें, सुनेंगें और सुनाएँगे…
सेशन – 1
परिचय
कहानी दरअसल है क्या? गद्य साहित्य की विभिन्न विधाएं फिक्शन और नॉन फिक्शन कहानी का परिचय अलग-अलग प्रकार की कहानियाँ
सेशन -2
कहानी के तत्व
कथावस्तु पात्र एवं चरित्र चित्रण संवाद देश-काल/वातावरण भाषा शैली
सेशन – 1
परिचय
कहानी दरअसल है क्या? गद्य साहित्य की विभिन्न विधाएं फिक्शन और नॉन फिक्शन कहानी का परिचय अलग-अलग प्रकार की कहानियाँ
सेशन -2
कहानी के तत्व
कथावस्तु पात्र एवं चरित्र चित्रण संवाद देश-काल/वातावरण भाषा शैली
सेशन-3
कहानी का क्राफ्ट
कुछ दिलचस्प कहानियों पर बातचीत कहानी बुनने से पहले कहानी लिखने के दौरान कहानी की बुनावट लिखने के लिए टास्क
सेशन -4
लिखने के बाद…
टास्क के दौरान किये गए कामों पर बातचीत कहानी में तिलिस्म लिख लेने के बाद का काम पाठ करने की कुछ बुनियादी बातें लिखी हुई कहानी का क्या करें ? कहाँ भेजें?
सेशन-3
कहानी का क्राफ्ट
कुछ दिलचस्प कहानियों पर बातचीत कहानी बुनने से पहले कहानी लिखने के दौरान कहानी की बुनावट लिखने के लिए टास्क
सेशन -4
लिखने के बाद…
टास्क के दौरान किये गए कामों पर बातचीत कहानी में तिलिस्म लिख लेने के बाद का काम पाठ करने की कुछ बुनियादी बातें लिखी हुई कहानी का क्या करें ? कहाँ भेजें?