छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, बिलासपुर में साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद द्वारा 30 सितंबर से 2 अक्टूबर तक युवा कविता रचना शिविर का आयोजन किया गया. इसमें अंचल के साहित्यिक अभिरुचि के युवाओं को देश- प्रदेश के आमंत्रित विशेषज्ञ एवं चर्चित साहित्यकारों द्वारा रचना प्रक्रिया के बारे में व्यापक जानकारी दी गयी. कार्यक्रम में समापन वक्तव्य डॉ शोभित वाजपेयी ने प्रस्तुत किया. उन्होंने सांप्रदायिकता से सतर्क रहने के लिये वैचारिक दृष्टिकोण की सजगता को जरूरी बताया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जनवादी लेखक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कपूर वासनिक ने की. उन्होंने साहित्य के निरंतर अध्ययन को सृजन के लिये जरूरी बताया. कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों को प्रो. मुरली मनोहर सिंह, नथमल शर्मा, आरती, मुदित श्रीवास्तव, रामकुमार तिवारी, रफीक खान, ईश्वर सिंह दोस्त, फरीद खान, विजेंद्र सोनी आदि ने संबोधित किया.
झांसी में नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, और झांसी विकास प्राधिकरण में तीन दिवसीय कला एवं साहित्य महोत्सव (जल उत्सव) 3 दिसंबर को संपन्न हुआ। साहित्य एवं कला से जुड़े विभिन्न आयामों पर वैचारिक सत्रों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच बहुत सी रचनात्मक कार्यशालाओं का भी आयोजन किया गया। उत्सव के पहले दिन 1 दिसंबर को राजकीय पुस्तकालय झांसी में बच्चों के साथ मुदित श्रीवास्तव द्वारा बुक कवर डिज़ाइनिंग वर्कशॉप का आयोजन भी किया गया जिसमें बच्चों ने किताब के कवर बनने-बनाने की पूरी प्रक्रिया को बारीक़ी से समझा और कुछ सुन्दर बुक कवर बनाए। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में इन इन बुक कवर्स की प्रदर्शनी भी लगाई गई
साहित्यिक पत्रिका नई धारा का वार्षिक समारोह उदयोत्सव के मौके पर साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक को ‘उदयराज सिंह स्मृति सम्मान’दिया गया। इस मौके पर 8 युवा कवि नई आवाजें सम्मान 2023 से सम्मानित किए गए। इस दिन मंजरी जारुहार की पुस्तक ‘मैडम सर’ के हिंदी अनुवाद का लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों के साथ रचनात्मक लेखन कार्यशाला का भी आयोजन किया गया, जहाँ उन्हें अपने सपनों के पंख फैलाकर उड़ने और कहानियाँ गढ़ने का अवसर मिला। इसका संचालन किया मुदित श्रीवास्तव ने। मुदित लेखक व कवि हैं और बाल-साहित्य में विशेष रुचि रखते हैं। साथ ही उन्हें बच्चों, शिक्षकों आदि के साथ रचनात्मक लेखन की वर्कशॉप का सफल आयोजन करने क अनुभव है. मुदित के मार्गदर्शन में बच्चों ने चित्र बनाए, कहानियाँ और कविताएँ लिखीं और सबके सामने उन्हें प्रस्तुत भी किया।
देहरादून साहित्य महोत्सव रविवार को संपन्न हो गया, जिसमें आयोजकों ने उत्तराखंड की साहित्यिक दिग्गज गौरा पंत की स्मृति में लेखिका अंकिता जैन को पुरस्कार प्रदान किया। 27 अक्टूबर को शुरू हुए महोत्सव के पांचवें संस्करण में कई प्रतिभागियों ने साहित्य, फोटोग्राफी और बॉलीवुड समेत अन्य विषयों पर बात की। एक विशेष सत्र में सत्य व्यास की हाल ही प्रकाशित किताब का लोकार्पण फिल्म निर्देशक इम्तिआज़ अली ने किया। किताब पर बातचीत करने के लिए वाणी प्रकाशन की सीईओ अदिति महेश्वरी गोयल और सत्यव्यास मौजूद दे। सत्र का संचालन मुदित श्रीवास्तव ने किया।
झांसी में नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, और झांसी विकास प्राधिकरण में तीन दिवसीय कला एवं साहित्य महोत्सव (जल उत्सव) 3 दिसंबर को संपन्न हुआ। इस दौरान जहां एक ओर कला और साहित्य के क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ और युवाओं की प्रतिभाओं को आमजन तक पहुंचाने की कोशिश की गई, वहीं दूसरी ओर इन क्षेत्रों से जुड़े विख्यात लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस कला एवं साहित्य उत्सव को जल उत्सव का नाम दिया गया है और इसके तहत विश्व प्रसिद्ध नाट्यकला, लेखकों और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां तथा कार्यशालाओं को आयोजन किया गया। इसी कड़ी में एक विशेष सत्र में ‘युवाओं की साहित्य में भूमिका’ विषय पर युवा लेखक-कवि मुदित श्रीवास्तव और लेखिका भव्या सिन्हा ने बातचीत की।
झांसी में नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, और झांसी विकास प्राधिकरण में तीन दिवसीय कला एवं साहित्य महोत्सव (जल उत्सव) 3 दिसंबर को संपन्न हुआ। इस दौरान जहां एक ओर कला और साहित्य के क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ और युवाओं की प्रतिभाओं को आमजन तक पहुंचाने की कोशिश की गई, वहीं दूसरी ओर इन क्षेत्रों से जुड़े विख्यात लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस कला एवं साहित्य उत्सव को जल उत्सव का नाम दिया गया है और इसके तहत विश्व प्रसिद्ध नाट्यकला, लेखकों और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां तथा कार्यशालाओं को आयोजन किया गया। इसी कड़ी में एक विशेष सत्र में ‘युवाओं की साहित्य में भूमिका’ विषय पर युवा लेखक-कवि मुदित श्रीवास्तव और लेखिका भव्या सिन्हा ने बातचीत की।
झांसी में नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, और झांसी विकास प्राधिकरण में तीन दिवसीय कला एवं साहित्य महोत्सव (जल उत्सव) 3 दिसंबर को संपन्न हुआ। इस दौरान जहां एक ओर कला और साहित्य के क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ और युवाओं की प्रतिभाओं को आमजन तक पहुंचाने की कोशिश की गई, वहीं दूसरी ओर इन क्षेत्रों से जुड़े विख्यात लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस कला एवं साहित्य उत्सव को जल उत्सव का नाम दिया गया है और इसके तहत विश्व प्रसिद्ध नाट्यकला, लेखकों और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां तथा कार्यशालाओं को आयोजन किया गया। इसी कड़ी में एक विशेष सत्र में ‘युवाओं की साहित्य में भूमिका’ विषय पर युवा लेखक-कवि मुदित श्रीवास्तव और लेखिका भव्या सिन्हा ने बातचीत की।
झांसी में नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, और झांसी विकास प्राधिकरण में तीन दिवसीय कला एवं साहित्य महोत्सव (जल उत्सव) 3 दिसंबर को संपन्न हुआ। इस दौरान जहां एक ओर कला और साहित्य के क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ और युवाओं की प्रतिभाओं को आमजन तक पहुंचाने की कोशिश की गई, वहीं दूसरी ओर इन क्षेत्रों से जुड़े विख्यात लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस कला एवं साहित्य उत्सव को जल उत्सव का नाम दिया गया है और इसके तहत विश्व प्रसिद्ध नाट्यकला, लेखकों और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां तथा कार्यशालाओं को आयोजन किया गया। इसी कड़ी में एक विशेष सत्र में ‘युवाओं की साहित्य में भूमिका’ विषय पर युवा लेखक-कवि मुदित श्रीवास्तव और लेखिका भव्या सिन्हा ने बातचीत की।
झांसी में नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, और झांसी विकास प्राधिकरण में तीन दिवसीय कला एवं साहित्य महोत्सव (जल उत्सव) 3 दिसंबर को संपन्न हुआ। इस दौरान जहां एक ओर कला और साहित्य के क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ और युवाओं की प्रतिभाओं को आमजन तक पहुंचाने की कोशिश की गई, वहीं दूसरी ओर इन क्षेत्रों से जुड़े विख्यात लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस कला एवं साहित्य उत्सव को जल उत्सव का नाम दिया गया है और इसके तहत विश्व प्रसिद्ध नाट्यकला, लेखकों और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां तथा कार्यशालाओं को आयोजन किया गया। इसी कड़ी में एक विशेष सत्र में ‘युवाओं की साहित्य में भूमिका’ विषय पर युवा लेखक-कवि मुदित श्रीवास्तव और लेखिका भव्या सिन्हा ने बातचीत की।